देवशयनी एकादशी पर खाटू में उमड़ रहा आस्था का महाकुंभ
खाटूश्यामजी में उमड़ रहा आस्था का महाकुंभ
2200 सुरक्षाकर्मियों ने संभाली सुरक्षा की कमान
देवशयनी एकादशी का हिन्दू सनातन धर्म में एक खास महत्व
आज से चातुर्मास शुरू
चार महिनों तक नहीं होंगे मांगलिक कार्य
खाटूश्यामजी ( बी एल सरोज) एक:- भारतीय हिंदू धर्म या फिर यह कहा जाए कि सनातन धर्म में आज देवशयनी एकादशी से चातुर्मास शुरू हो रहा है , जिसके चलते अब 4 महीना तक मांगलिक कार्य बंद रहेंगे। हिंदू धर्म के अनुसार देवशयनी एकादशी, जिसे हरिशयनी एकादशी भी कहा जाता है,जो हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तिथि है यह आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। आज के दिन से भगवान विष्णु अगले चार महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं, जिसे चातुर्मास कहा जाता है। इस दौरान, कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य, जैसे विवाह, गृह प्रवेश आदि, नहीं किए जाते हैं।
और सृष्टि का संचालन भगवान शिव करते हैं यह यह कृम अगली देवउठनी एकादशी तक जारी रहता है ।
इधर राजस्थान के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में से एक बाबा श्याम की नगरी खाटू धाम में आज देवशयनी एकादशी पर आस्था का महाकुंभ उमड़ा हुआ है देशभर से श्याम भक्त खाटू धाम पहुंच रहे हैं शनिवार रात 12:00 बजे बाद से ही लोग अपने आराध्य के दर्शन के लिए लाइनों में खड़े हैं और अपनी बारी का इंतजार करते हुए धीरे-धीरे दर्शनों के लिए आगे बढ़ रहे हैं श्री श्याम मंदिर कमेटी ने कल 18 लाइनों में दर्शनों की व्यवस्था की है जिनमें 14 लाइन एक तरफ है और चार लाइनें पुराने मंदिर होती हुई दर्शन द्वार तक जा रही हैं । श्याम भक्त हाथों में केसरिया निशान लिए मुंह पर बाबा श्याम का नाम का जयकारा जपते लगातार खाटू धाम की ओर बढ़ रहे हैं रिंगस से लेकर खाटू धाम तक 17 किलोमीटर की दूरी पर श्याम भक्त ही श्याम भक्त नजर आ रहे हैं जिला प्रशासन ने भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्थाएं की है 2200 सुरक्षाकर्मी श्याम भक्तों की सुरक्षा के लिए तैनात किए गए हैं वहीं पर इस एकादशी पर पहली बार वार्षिक फाल्गुन मेले की तर्ज पर दर्शन व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था की गई है । पुलिस अधीक्षक सीकर भारत भूषण यादव और उनके साथ दो एडिशनल एसपी 6 डिवाइसपी 10 की सीआई स्तर के पुलिस अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की मॉनीटरिंग कर रहे हैं । वहीं पर इंद्रदेव भी पूरी तरह मेहरबान है बादलों की आवाजाही लगातार जारी है मौसम सुहावना है सावन से पहले ही सावन की रिमझिम जारी है , बाबा श्याम का यह मासिक दो दिवसीय मेला कल सोमवार को द्वादशी पर खीर चूरमे के भोग के साथ संपन्न हो जाएगा , श्याम भक्त कल अपने नोनीहालों के जात जड़ूले करेंगे और वहीं पर नवविवाहित जोड़े अपने खुशहाल और सफल वैवाहिक जीवन की शुरूआत करने के लिए बाबा को धोक लगाएंगे, कुल मिलाकर आस्था विश्वास और धार्मिक परंपराओं का अद्भुत संगम खाटूश्यामजी में नजर आ रहा है।
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