शुभम ने किया पिता का सपना साकार..!
क्रेन चालक के बेटे का हुआ नीट यूजी में सिलेक्शन ..
एंकर :- ( बी एल सरोज) राजस्थानी में एक कहावत है कि *पुत के पांव पालने में ही दिखते* हैं और फिर कुछ कर गुजरने की मन में हो तो फिर अभावों को नहीं देखा जाता है कि मुझे क्या सुविधा मिली और क्या नहीं , कुछ ऐसा ही कर दिखाया है रींगस नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर 12 के निवासी शुभम् कुमावत ने जिन्होंने आज नीट यूजी के घोषित परीक्षा परिणाम में ऑल इंडिया में 652 वीं रैंक प्राप्त कर अपने क्रेन चालक पिता का सपना साकार किया और परिवार व क़स्बे का नाम रोशन किया। शुभम कुमावत के पिताजी बाबूलाल कुमावत कस्बे में क्रेन चलाते हैं और अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं । शुभम कुमावत के दो छोटी बहनें हैं इसलिए बड़ा होने के नाते उस पर और भी ज्यादा जिम्मेदारी आ जाती है कि वह परिवार के सपनों को पूरा करें क्योंकि परिवार ने सब कुछ उसी पर दाव लगा दिया था साथ ही छोटी बहनों की पढ़ाई और घर के खर्च भी पिता के सर पर ही थे , ऐसे में शुभम ने सीकर में रहकर तैयारी की और आज अपने परिवार और माता - पिता के सपने को पूरा किया । शुभम की मां एक साधारण ग्रहणी है और पिता भी ज्यादा पढ़े लिखे नहीं है। शुभम से जब एनडीटीवी ने बात की तो उन्होंने कहा कि सपना बड़ा हो लेकिन पांव जमीन पर ही रखने चाहिए मैंने लगातार मेहनत की और माता-पिता का आशीर्वाद एवं गुरुजनों के सहयोग से आज यह सफलता मिली , अब मैं एक अच्छा चिकित्सक बनकर समाज और देश की सेवा करना चाहता हूं । शुभम को पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट खेलने और टीवी देखने का भी शौक है लेकिन अपने सपने के चलते कुछ दिनों से इन दोनों से उसने बराबर दूरी बना रखी थी । आज शुभम की सफलता पर पूरे परिवार में ज़श्न का माहौल है ।
शुभम के पिताजी ने कक्षा 10 तक की पढ़ाई की हुई है वहीं मां अनिता देवी आठवीं तक पढी हुईं हैं ।
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